Reading Comprehension Grade 8 ki kahani
कौवे और मैना की कहानी – Kauwa Aur Maina Ki Kahani
दोस्तों एक बार की बात है। जाड़े का दिन था और शाम होने वाली थी। आसमान में बादल छाए हुए थे। एक नीम के पेड़ पर बहुत से कौवे बैठे थे। वो सब बार-बार काऊं – काऊं कर रहे थे और एक दूसरे से झगड़ा भी कर रहे थे।
उसी समय वहां एक मैना आई और उसी पेड़ की एक डाली पर बैठ गई। मैना को देखते ही कई कौवे उस पर टूट पड़े। बेचारी मैना ने कहा, बादल बहुत है इसलिए आज अंधेरा हो गया है मैं अपना घोंसला भी भूल गई हूं इसलिए आज रात मुझे यहां बैठने दो, कौओ ने कहा नहीं यह हमारा पेड़ है। तू यहाँ से भाग जा।
मैना बोली सभी पेड़ ईश्वर ने बनाए हैं इस सर्दी में यदि वर्षा हुई और ओले पड़े तो ईश्वर ही हमें बचा सकते है। मै बहुत छोटी हूं और तुम्हारी बहन भी हूं तुम लोग मुझ पर दया करो और मुझे यहां बैठने दो। कौवे ने कहा तेरी जैसी बहन हमें नहीं चाहिए। तू बहुत ईश्वर का नाम लेती है तो ईश्वर के भरोसे ही यहां से चली क्यों नहीं जाती।
Reading Comprehension Grade 8
तू नहीं जाएगी तो हम सब तुझे मार देंगे। कौवे को काऊं – काऊं करके अपनी ओर झपटते देखकर बेचारी मैना वहा से उड़ गई और थोड़ी दूर जाकर एक आम के पेड़ पर बैठ गई। रात को आधी आई बादल गरजे और बड़े – बड़े ओले बरसने लगें। Reading Comprehension Grade 8
कौवे काऊं – काऊं करके चिल्लाये इधर से उधर थोड़ा बहुत उड़े परन्तु ओलो के मार से सब घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। बहुत से कौवे मर गए मैना जिस आम के पेड़ पर बैठी थी उसकी एक डाली टूट कर गिर गई। डाल टूटने से उसकी जड़ के पास एक जगह हो गई। छोटी मैना उसमे गुस गई और उसे एक भी ओला नही लगा।
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सवेरा हुआ और थोड़ी देर बाद चमकीली धूप निकली मैना उसमें से बाहर निकली और पंख फैलाकर चहकने लगी। उसने भगवान को प्रणाम किया। ओलो से घायल पड़े हुए कौवो ने मैना को उड़ते देख कर कहा, मैना बहन तुम कहा बैठी थी।
तुम्हें ओलो से किसने बचाया मैना ने कहा, मैं आम के पेड़ पर अकेली बैठी भगवान से विनती करती रही और भगवान ने ही मेरी मदद की, मैना की यह बात सुनकर कौओं को अपनी गलती का अहसास हो गया।
दोस्तों दुख में पड़े असहाय जीव व जन्तु को ईश्वर के सिवाय कोई नहीं बचा सकता जो भी ईश्वर पर विश्वास करता है और ईश्वर को याद करता है। Reading Comprehension Grade 8
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उसे ईश्वर सभी आपत्ति और विपत्ति में उसकी सहायता करते हैं और उसकी रक्षा करते हैं। ईश्वर की माया निराली है हमारे समझने में कमी हो सकती है परंतु ईश्वर की करने में नहीं। Reading Comprehension Grade 8
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